Thursday, February 16, 2023

शिव वंदना

 शिव वंदना 


शिव वंदन मैं करुँ तुम्हारी 
अर्पित करदूँ दुनियां सारी 
नाम तेरे कि धुन ऐसी की 
अब पानी बस तेरी यारी

 

तुम शिव-शंकर और शिव-शक्ति हो 
मुझ जैसे सेवक की भक्ति हो 
तुम तांडव हो तुम्ही हो ध्यानी 
त्रिलोकी तुमसा न कोई ज्ञानी

 

भोलेनाथ त्रिलोचन तुम हो 
रूद्र, गिरीश, गंगाधर तुम हो 
नीलकंठ तुम रामनाथ हो 
तुम गौरी करुणानिधान हो

 

तुम पैगम्बर तुम त्रिपुरारी 
शोषित निर्धन के उपकारी 
जिसको ये जग न अपनाता 
तुमही में वो आश्रय है पाता

 

मेरी वीनती है दो भक्ति तुम्हारी 
जय जय भोले, जय जय भंडारी 
नाम तेरे की धुन ऐसी की 
अब पानी बस तेरी यारी

कुछ यूँ ही से चलते-चलते

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